भगवान बिरसा मुंडा ने आदिवासी समाज के लिए अस्तित्व, अस्मिता और आत्मनिर्भरता का जो मंत्र दिया था उसका आज संपूर्ण देश में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में अक्षरशः पालन किया जा रहा है
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य जनजातीय शोध संस्थान की ओर से आयोजित जनजातीय महोत्सव में प्रतिभाग किया क्या कुछ रहा खास एक रिपोर्ट ..
भगवान बिरसा मुंडा ने आदिवासी समाज के लिए अस्तित्व, अस्मिता और आत्मनिर्भरता का जो मंत्र दिया था उसका आज संपूर्ण देश में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में अक्षरशः पालन किया जा रहा है
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें यह याद रखना होगा कि पेड़ चाहे जितना भी विशाल हो, लेकिन वह तभी अपना सीना ताने खड़ा रह सकता है, जब उसकी जड़ें मजबूत हों
15 नवंबर को मनाया जा रहा है
जनजातीय गौरव दिवस वो भी अत्यंत धूमधाम से और भविष्य में भी मनाया जाएगा: धामी
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने आजादी के नायकों की भूली बिसरी वीर गाथाओं को देश के सामने लाना है, यह हमारा कर्तव्य है और हम आदिवासियों द्वारा किए गए महान बलिदानों को कभी नहीं भूल सकते
हमारी डबल इंजन की सरकार का मानना है ...